पूर्व भारतीय स्पिनर लक्ष्मण शिवरामनकृष्णन का कहना है कि अगर हार्दिक पांड्या पूरी तरह से फिट हैं, तो वह टीम के लिए एक जबरदस्त संपत्ति बन जाते हैं। पंड्या ने 2020 में पीठ की सर्जरी के बाद पूरी तरह से गेंदबाजी नहीं की है. ऑलराउंडर ने आईपीएल 2021 के पहले चरण में मुंबई इंडियंस के लिए एक भी ओवर नहीं फेंका.
हार्दिक को इंग्लैंड दौरे के लिए भी नहीं चुना गया था. पांड्या ने पहले खुलासा किया था कि वह सीमित ओवरों सीरीज पर ध्यान केंद्रित करना चाहते हैं और उनका शरीर टेस्ट क्रिकेट की मुश्किलों के लिए तैयार नहीं है. बड़ौदा के ऑलराउंडर को न्यूजीलैंड के खिलाफ विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में काफी याद किया गया, क्योंकि वह इंग्लिश परिस्थितियों में टीम के लिए गेंद व बल्ले दोनों से अहम साबित हो सकते थे.
पांड्या फिलहाल श्रीलंका दौरे पर राष्ट्रीय टीम के साथ हैं. खबर है कि पांड्या वहां सीमित ओवर सीरीज में गेंदबाजी करते नजर आएंगे. अगर पांड्या आगामी टी20 विश्व कप में अपने ओवरों का कोटा फेंकते हैं, तो यह टीम में बहुत अच्छा संतुलन लाएगा.
लक्ष्मण ने हिंदुस्तान टाइम्स से बात करते हुए कहा, “वो टीम के लिए काफी अहम हैं और जब वो पूरी तरह फिट होकर गेंदबाजी करना शुरू करेंगे, मुझे लगता है कि हार्दिक भारत के लिए अहम होंगे. लंबे समय के बाद, हमें एक तेज गेंदबाज ऑलराउंडर मिला है जो टीम को संतुलित करता है. हमारे पास तेज गेंदबाज नहीं हैं जो अच्छी बल्लेबाजी कर सके.
टेस्ट स्तर पर भी हमारे तेज गेंदबाजों का बल्ले से बड़ा योगदान नहीं है लेकिन हार्दिक ऐसा कर सकते हैं. वो कम समय में तेज गति से रन बना सकते हैं और विपक्षी गेंदबाजों को तहस-नहस कह सकते हैं. हार्दिक अगर पूरी तरह से फिट हैं तो वह टीम के लिए बड़ा एसेट बन जाते हैं.”
इस बीच, भारत एमएस धोनी के संन्यास के बाद एक फिनिशर की तलाश में है, जो पारी को विस्फोटक अंदाज में पूरा कर सके. पांड्या ने अच्छा काम किया है. निचले क्रम में बल्लेबाजी करते हुए रवींद्र जडेजा ने भी अच्छा काम किया है. लक्ष्मण ने कहा कि अगर पंड्या अपनी पूरी फिटनेस हासिल कर लेते हैं तो उनका आत्मविश्वास और बढ़ेगा.
पूर्व लेग स्पिनर ने कहा, “धोनी और युवराज के बाद फिनिशर भारत की समस्या रही है. हम धोनी के बाद अब भी एक अच्छे फिनिशर की तलाश में हैं. हार्दिक पांड्या बेहद खतरनाक फिनिशर हो सकते हैं. उसके लिए उनके लिए पूरी फिटनेस हासिल करना महत्वपूर्ण है और फिर जब वह गेंदबाजी करना शुरू करेंगे, तो उन्हें और आत्मविश्वास मिलेगा. हार्दिक खेल के तीनों विभागों में योगदान दे सकते हैं. जब भी वह योगदान देंगे, वह तकनीकी और मानसिक दोनों रूप से एक बेहतर क्रिकेटर बनेंगे. व्हाइट बॉल क्रिकेट में भारत की सफलता की चाबी हार्दिक पांड्या की फिटनेस होगी और अगर वह अपनी क्षमता के अनुसार खेल सकते हैं तो यह शानदार होगा.”