भारतीय टीम के पूर्व दिग्गज ऑलराउंडर युवराज सिंह ने अपने एक बयान में बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी ने उन्हें पहले ही बता दिया था कि चयनकर्ता 2019 के विश्व कप में आपको मौका देने के बारे में नहीं सोच रहे.
दरअसल, युवराज सिंह के पिता योगराज सिंह को कई बार अपने बयानों में यह कहते और बोलता सुना गया है कि युवी का करियर जल्दी खत्म करने में एमएस धोनी का एक बड़ा हाथ रहा. न्यूज 18 के साथ बातचीत के दौरान युवराज ने कहा, कि 2019 वर्ल्डकप में उनका सिलेक्शन नहीं होगा, इसकी सूचना धोनी ने पहले ही दे दी थी. युवी के अनुसार, ”वह धोनी थी जिन्होंने मुझे असली चेहरा दिखाया और कहा था कि 2019 वर्ल्ड कप के लिए बन रही योजनाओं में वह शामिल नहीं है.”
युवराज सिंह ने कहा कि ”धोनी ने मुझे मेरे भविष्य को लेकर अवगत कराया, उन्होंने मुझे सामने से आकर इसकी जानकारी दी. जब आपके साथ कोई ईमानदारी से पेश आता है तो यह आपको काफी ज्यादा कॉन्फिडेंस देता है कि कम से कम कोई है जो मेरे से सच बाते कर रहा है.”
बताते चले कि युवराज सिंह टीम इंडिया के बड़े मैच विनर खिलाड़ियों में से एक रहे. भारत को साल 2007 का टी-20 विश्व कप और 2011 का एकदिवसीय विश्व कप जीताने में युवी ने एक अहम भूमिका निभाई थी. 2011 के वर्ल्ड कप में तो युवराज को उनके हरफनमौला प्रदर्शन के चलते ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ का अवार्ड भी मिला था.
युवी ने अपने इंटरव्यू में ये भी कहा कि उन्हें धोनी से कोई शिकायत नहीं है. 2011 वर्ल्डकप में उन्होंने मुझे काफी सपोर्ट किया. उस दौरान वह मुझे हमेशा कहता था कि आप मेरे सबसे अहम खिलाड़ी हो. युवी ने आगे कहा कि जब वह कैंसर से लड़कर टीम में वापस आये तब तक टीम में काफी बदलाव आ चुके थे और 2015 वर्ल्ड कप में मौका नहीं मिलने से भी उनको अफ़सोस नहीं हुआ था. युवी ने अपने इंटरव्यू में कप्तान की जिम्मेदारी पर भी बात की और कहा कि, बतौर कप्तान आप हर बात को स्पष्ट नहीं कर सकते हैं. कप्तान के तौर पर आपको टीम के लिए सोचना होता है.
युवराज सिंह ने आगे अपने बयान में भारतीय कप्तान विराट कोहली की भी तारीफ की और कहा, ”विराट ने भी मेरा सपोर्ट किया और यदि वह उस समय मेरा समर्थन नहीं करते तो टीम में मेरी वापसी शायद नहीं हो पाती.
सिक्सर किंग के नाम से मशहूर युवराज सिंह ने 2019 वर्ल्ड कप के बीच में ही अपने संन्यास का ऐलान आर दिया था.
Written By: अखिल गुप्ता