ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के सीमित ओवर फॉर्मेट के कप्तान आरोन फिंच का ऐसा कहना है कि उनकी टेस्ट क्रिकेट में वापसी अब बहुत मुश्किल हैं. आरोन फिंच ने स्वयं अपने एक बयान में यह बात कही कि उनका टेस्ट करियर अब खत्म हो चुका है और उनका फिर से इस फॉर्मेट में खेलना वास्तविकता से परे लगता है. फिंच ने अपना अंतिम टेस्ट मैच 2018-19 की बॉर्डर गावस्कर सीरीज के दौरान भारत के विरुद्ध खेला था. पूरी सीरीज के दौरान तीन टेस्ट मैचों में उन्होंने 16.16 की तुच्छ औसत के साथ मात्र 97 रन बनाए थे.
भारत के खिलाफ खेली गई उस टेस्ट श्रृंखला के बाद आरोन फिंच को टीम से ड्रॉप कर दिया था और उसके बाद से उनकी टीम में वापसी ही देखने को नहीं मिली. हाल में ही फिंच ने अपने एक बयान में कहा था कि वह भारत में खेले जाने वाले 2023 वनडे विश्व कप के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने की बात कही थी.
33 वर्षीय सलामी बल्लेबाज आरोन फिंच ने अभी तक ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर्फ पांच टेस्ट मैच खेले है और 27.8 की औसत के साथ सिर्फ 278 रन बनाए हैं. 10 पारियों में उनके बल्ले से सिर्फ दो ही अर्धशतक देखने को मिले.
फिंच ने कहा कि वो ऑस्ट्रेलियाई टेस्ट टीम में एक जगह के लिए अपना दावा करने के लिए फर्स्ट क्लास क्रिकेट में पर्याप्त मैच नहीं खेल रहे हैं. क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की साइट पर बात करते हुए आरोन फिंच ने कहा, ”जहां तक रेड बॉल क्रिकेट का सवाल है तो मेरा फिर से टेस्ट क्रिकेट में खेलना वास्तविकता नहीं लगता है.”
उन्होंने कहा, ‘मैं दो बातों को ध्यान में रखकर ऐसा कह रहा हूं. पहला अपना दावा मजबूत करने के लिए जितने चार दिवसीय मैच खेलने चाहिए मैं उतने नहीं खेल रहा हूं और दूसरा युवा बल्लेबाज सामने आ रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया में वास्तव में टॉप ऑर्डर में कुछ बहुत अच्छे युवा बल्लेबाज हैं.’’
फिंच हमेशा से ही उन खिलाड़ियों में से एक रहे है, जो अपने भविष्य पर बात करने से बिल्कुल नहीं कतराते. बहुत ही जल्द फिंच इंग्लैंड के खिलाफ सीमित ओवर फॉर्मेट सीरीज में मैदान पर नजर आएंगे. ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड के बीच तीन ट्वेंटी-20 मैचों की श्रृंखला का आगाज 4 सितम्बर से होगा.
इस सीरीज के बाद वह आईपीएल 2020 में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की टीम से खेलते नजर आएंगे. यह पहला मौका होगा जब वह आरसीबी की टीम से खेलते नजर आएंगे. आईपीएल का आगाज 19 सितम्बर से यूए ई में होना जा रहा हैं.
Written by: अखिल गुप्ता