इंग्लैंड क्रिकेट टीम के कप्तान जो रूट का नाम हमेशा-हमेशा के लिए इतिहास के पन्नों में दर्ज हो गया है दरअसल, भारत के खिलाफ जारी चेन्नई टेस्ट की पहली पारी में मेहमान टीम के कप्तान ने कमाल की बल्लेबाजी करते हुए 218 रन बनाए और टेस्ट क्रिकेट के अभी तक के इतिहास के पहले ऐसे खिलाड़ी भी बन गए, जिन्होंने अपने 100वें मुकाबले में दोहरा शतक जमाया हो.
दाएं हाथ के बल्लेबाज ने 19 चौके और दो छक्के की मदद से 377 गेंदों का सामना करते हुए नायाब 218 रनों की यादगार पारी खेली. रूट ने भारतीय स्पिन गेंदबाजों का डटकर सामना किया और हर एक गेंदबाज के खिलाफ बड़े रन बनाए. भारत दौरे पर आने से पहले भी रूट काफी शानदार फॉर्म में थे और श्रीलंका के खिलाफ उन्होंने दो टेस्ट मैचों में 100 से अधिक की बेहतरीन औसत के साथ बल्लेबाजी करते हुए 426 रन बना डाले थे. रूट ने श्रीलंका के खिलाफ पहले टेस्ट मैच में एक दोहरा शतक लगाया था, जबकि दूसरे मुकाबले में भी 186 रनों का योगदान दिया था.
जो रूट से पहले अपने 100वें टेस्ट मैच में सबसे बड़ी पारी खेलने का रिकॉर्ड पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान इंजमाम उल हक के नाम पर दर्ज था. इंजमाम ने भारत के खिलाफ साल 2005 में 184 रनों की शानदार पारी खेली थी.
इंग्लैंड के टेस्ट कप्तान जो रूट का टेस्ट क्रिकेट में ये पांचवां दोहरा शतक रहा और इसके साथ ही वो इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक दोहरे शतक लगाने वाले दूसरे बल्लेबाज भी बन गए. रूट ने संयुक्त रूप से पूर्व कप्तान एलिस्टर कुक और लियोनार्ड हटन की बराबरी की. बता दे कि, इंग्लैंड के लिए सबसे अधिक दोहरे शतक जमाने का रिकॉर्ड वाली हैमंड (7) के नाम पर दर्ज है.
साथ ही जो रूट इंग्लैंड इंग्लैंड के एलिस्टर कुक और विराट कोहली के बाद साल 2010 के बाद से टेस्ट में सबसे अधिक बार 150+ का स्कोर बनाने वाले तीसरे खिलाड़ी भी बने. चेन्नई में ये दसवां मौका रहा, ज्काब रूट ने 150+ का आंकड़ा पार किया हो. इतना ही नहीं रूट विश्व के पहले खिलाड़ी भी बने, जिन्होंने अपने 98 वें, 99 वें और 100 वें टेस्ट में 150 से अधिक स्कोर बनाया हो.
दाएं हाथ के बल्लेबाज बेहतरीन फॉर्म में दिखे और भारतीय गेंदबाजों के पास उनके आक्रमण का कोई जवाब नहीं था. रूट ने पहले सलामी बल्लेबाज डॉम सिबली के साथ 200 रनों की साझेदारी बनाई और इसके बाद ऑलराउंडर बेन स्टोक्स के साथ ही उन्होंने 124 रनों की साझेदारी बनाकर इंग्लैंड को मैच में बनाए रखा.