भारत और इंग्लैंड के बीच खेला गया दूसरा टेस्ट मैच का तीसरा दिन अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के नाम रहा. अश्विन ने अपने घरेलू मैदान चेन्नई के एमए चिदंबरम स्टेडियम में इंग्लैंड के विरुद्ध कमाल की शतकीय पारी खेली. अश्विन ने आठवें क्रम पर खेलते हुए शानदार 106 रन बनाए. दाएं हाथ के खिलाड़ी ने मैदान के हर एक कोने में रन बनाए और सिर्फ 134 गेंदों का सामना किया.
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि, आर अश्विन पूर्व सलामी बल्लेबाज कृष्णामचारी श्रीकांत के बाद चेपॉक स्टेडियम में शतक लगाने वाले तमिलनाडु के सिर्फ दूसरे खिलाड़ी बने. श्रीकांत ने 1986/87 में पाकिस्तान के खिलाफ 123 रन बनाए थे. साथ ही वेस्टइंडीज के अलावा ये दूसरी टीम रही जिसके विरुद्ध अश्विन ने शतक जमाया हो.
भारत की दूसरी पारी में यादगार शतक लगाने के साथ ही अश्विन का नाम रिकॉर्ड बुक में भी शुमार हो गया. दरअसल, ये तीसरा मौका रहा जब किसी एक टेस्ट मैच में रविचंद्रन अश्विन ने शतक और पारी में पांच विकेट लेने का रिकॉर्ड बनाया हो.
टेस्ट क्रिकेट में ये अनोखा डबल बनाने के साथ ही अश्विन ने जैक कैलिस, गैरी सोबर्स, मुश्ताक मोहम्मद और शाकिब अल हसन को पीछे छोड़ दिया. इन सभी खिलाड़ियों ने कुल दो बार टेस्ट क्रिकेट में ये अनोखा रिकॉर्ड बनाया था. वहीं भारत के लिए पोली उमरीगर और वीनू मांकड़ भी एक-एक बार ये करिश्मा कर चुके हैं.
इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और दिग्गज ऑलराउंडर इयान बॉथम ने सबसे अधिक पांच बार किसी टेस्ट मैच की एक पारी में पांच विकेट लेने के साथ शतक बनाया है.
अश्विन जब बल्लेबाजी करने के लिए आए, उस समय टीम इंडिया काफी कठिन हालातों से गुजर रही थी लेकिन उन्होंने शुरू से ही इंग्लैंड के गेंदबाजों का आक्रामक अंदाज में सामना किया और अपनी पारी को आगे बढ़ाया. दाएं हाथ के खिलाड़ी ने अपनी पारी के शुरूआती चरण में काफी स्वीप शॉट लगाए.
34 वर्षीय आर अश्विन ने अपनी 106 रनों की पारी के दौरान 14 चौके लगाए और इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट भी बेहद प्रभावशाली 71.62 का देखने को मिला. अश्विन ने इंग्लैंड की पहली पारी में शानदार गेंदबाजी करते हुए पांच विकेट हासिल किए थे. ये 29वां मौका रहा था, जब उन्होंने एक पारी में पांच विकेट चटकाए हो.
बता दे कि, भारत ने इंग्लैंड के सामने 482 रनों का विशाल लक्ष्य रखा है और इस समय मेहमान टीम के लिए ये मैच बचाना बेहद मुश्किल हो चला है. पहले मैच में टीम इंडिया को 227 रनों से मिली हार का सामना करना पड़ा था.