इंग्लैंड के पूर्व कप्तान ज्योफ्री बॉयकॉट ने अपने एक बयान में कहा कि इंग्लैंड के बल्लेबाजों को विराट कोहली का उदहारण लेते हुए उनसे सीखने की जरूरत है. चेन्नई में खेले गए दूसरे टेस्ट की पहली पारी में कोहली बिना कोई रन बनाए मोइन अली की गेंद पर अपना विकेट खो बैठे थे, लेकिन उसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में ना सिर्फ एक बढ़िया अर्धशतक बनाया, बल्कि विपक्षी टीम को ये भी दिखा दिया कि मुश्किल पिच और कठिन हालातों में कैसे बल्लेबाजी की जाए.
दूसरे टेस्ट के तीसरे दिन के खेल में टीम इंडिया ने एक के बाद एक अपने पांच विकेट गंवा दिए थे, लेकिन इसके बाद विराट ने विकेट पर खड़े रहने का साहस दिखाया. भारतीय कप्तान विराट कोहली ने रविचंद्रन अश्विन के साथ मिलकर बेहतरीन 96 रनों की साझेदारी निभाई.
कोहली ने बढ़िया 62 रनों की पारी खेली और अपनी पारी के दौरान उन्होंने अपना फेवरेट शॉट कवर ड्राइव का पूरा इस्तेमाल किया. अपनी पारी के दौरान उन्होंने इंग्लैंड के गेंदबाजों पर खासा दबाव भी बनाया.
भारतीय कप्तान अपनी पारी के दौरान बिल्कुल भी हडबडाहट में नजर नहीं आए और दूसरे मुकाबले में टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ले गए. खासतौर पर विराट ने इंग्लैंड के स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ बड़ी ही कुशलता के साथ बल्लेबाजी की और बढ़िया खेल दिखाया.
दूसरी पारी में भारतीय टीम 286 रनों का स्कोर बनाने में सफल हुई थी और इंग्लैंड के सामने 481 रनों का विशाल लक्ष्य रखा था.
इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेबाज बॉयकॉट ने अपने डेली टेलीग्राफ कॉलम में लिखा है, “भारतीय पिचों के बारे में महान बात यह है कि वे तेज़ नहीं हैं. आपके पास अपने शॉट्स को समायोजित करने और चुनने का समय है. देखिए कि पिच खराब होने पर दूसरी पारी में विराट कोहली ने किस तरह बल्लेबाजी की. उन्होंने अजीब स्वीप शॉट का इस्तेमाल किया लेकिन अटक गए. मूल बातें और शानदार बल्लेबाजी.’’
दूसरी ओर, बॉयकॉट का मानना है कि बल्लेबाज भारतीय पिचों पर गेंद की लंबाई को समायोजित कर सकते हैं, क्योंकि वे तेज नहीं हैं.
उन्होंने आगे कहा, “भारतीय पिचों के बारे में महान बात यह है कि वे तेज नहीं हैं. आपके पास अपने शॉट्स को समायोजित करने और चुनने का समय है.’’
आप सभी की जानकारी के लिए बता दे कि, दूसरे टेस्ट मैच में चेन्नई की पिच को लेकर काफी हंगामा देखने को मिला था. कई क्रिकेट पंडितों ने विकेट की आलोचना भी की थी. हालांकि, बॉयकॉट ने भारत की हर पिच को बदल दिया और यह केवल सवाल है कि यह कितना घूमता है.
उनके अनुसार, ”क्रिकेट के कानूनों में कुछ भी नहीं कहा गया है कि पिच बल्लेबाजों के लिए सपाट होनी चाहिए. भारत में हर पिच घूमती है. यह सिर्फ एक सवाल है कि यह कब और कितना बदल जाता है.”
भारत और इंग्लैंड के बीच तीसरा टेस्ट 24, फरवरी से अहमदाबाद के सरदार पटेल स्टेडियम में खेला जाएगा.
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