भारत और इंग्लैंड के बीच गुलाबी गेंद से खेला गया तीसरा टेस्ट मैच सिर्फ दो दिनों में ही खत्म हो गया. जिसे भारत ने पूरे 10 विकेट से जीतकर सीरीज में 2-1 की बढ़त बना ली है. इस मैच में 140.2 ओवरों में दोनों टीमों ने कुल मिलाकर 387 रन बनाए. ये पांच दिन चलने वाला मुकाबला पांच सेशन में ही सिमट कर रह गया.
मैच के पहले ही दिन 13 विकेट गिर गए और दूसरे दिन 17 विकेट गिरे. इसके कारण एक बार फिर पिच को लेकर बहस शुरु हो गई है. कईयों का मानना है कि अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम की पिच सही नहीं थी, लेकिन मैच में सबसे अधिक रन बनाने वाले सलामी बल्लेबाज रोहित शर्मा का मानना है कि पिच इतनी भी खराब नहीं थी और हमारी टीम ने बहुत गलतियां की.
भारत ने पहली पारी में भारत पहले दिन के अंत में 99-3 स्कोर पर था, लेकिन दूसरे दिन तो भारत ने बैक टू बैक विकेट गंवाए और सिर्फ 46 रन बनाते हुए ही अपने 7 विकेट गंवा दिए. इंग्लैंड की तरफ से जैक क्रॉली और भारत की तरफ से रोहित शर्मा ने अर्धशतक लगाए. बाकी बल्लेबाज पिच पर टिक नहीं पाए.
ये हैरान करने वाली बात रही कि 30 में से 21 विकेट सीधी गेंदों पर गिरे. बल्लेबाज पिच के लिए मानसिक रूप से तैयार नहीं थे और इसमें कोई संदेह नहीं है कि बल्लेबाजी क्वालिटी लेवल की नहीं थी. यह पहली बार था जब इंग्लैंड ने 1912 के बाद से दो दिनों के भीतर एक टेस्ट गंवाया.
मैच की पहली पारी में इंग्लैंड 112 पर ही सिमट गई, जवाब में भारत भी बोर्ड पर 145 रन ही लगा सकी. दूसरी पारी में तो भारत के स्पिनर्स और आक्रामक नजर आए, जब इंग्लैंड उनके सामने सिर्फ 81 के स्कोर पर ऑलआउट हो गई और भारत के सामने जीत के लिए 49 रनों का लक्ष्य था.
रोहित ने मैच के बाद वर्चुअल कॉन्फ्रेंस में कहा, “इस पिच के बारे में सच कहूं तो इसमें कुछ भी नहीं था. यहां पर अधिकांश बल्लेबाज सीधी गेंदों पर ही आउट हुए. हमारी बल्लेबाजी को ही ले लीजिए, हमने अपनी पारी के दौरान कई गलतियां की. पहली पारी में हमने अच्छी बल्लेबाजी नहीं की. हां ये बात भी सच है कि जैसा पिच के बारे में बोला जा रहा है, ये वैसे भी नहीं है. ये बल्लेबाजी के लिए एक बढ़िया विकेट था और अगर आपको यहां शुरुआत मिल जाती तो आप बड़ा स्कोर बना सकते थे.”
“लेकिन फिर से कहूंगा कि इस तरह की पिच पर आपको संयम दिखाना होगा. इस पिच पर रन बनाने के लिए अधिक संयम दिखाने की जरूरत है.”
भारत की तरफ से बाएं हाथ के स्पिनर अक्षर पटेल ने कमाल की विकेटचटकाऊ गेंदबाजी की. उन्होंने 70 रन देकर 11 विकेट चटकाए. इसके लिए उन्हें प्लेयर ऑफ द सीरीज के अवॉर्ड से सम्मानित भी किया गया. दूसरी ओर रविचंद्रन अश्विन ने लाजवाब गेंदबाजी करते हुए अपने 400 टेस्ट विकेट पूरे किए और मैच में 7 विकेट चटकाए.
चौथा टेस्ट मैच 4 मार्च से एक ही स्थान पर खेला जाएगा.