भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान दिलीप वेंगसरकर का मानना है कि भारत के खिलाफ टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल में न्यूजीलैंड की टीम को इंग्लैंड के साथ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने का फायदा मिलेगा. वेंगसरकर को लगता है कि उन दो टेस्ट मैचों से न्यूजीलैंड को अंग्रेजी परिस्थितियों के अनुकूल होने में मदद मिलेगी.
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम पिछले कुछ समय से इंग्लैंड में है और मेजबान टीम के खिलाफ दो टेस्ट मैचों की सीरीज खेलने के बाद वह भारत के साथ टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के लिए मैदान पर उतरेंगे. टेस्ट सीरीज खेलने से उन्हें मैगा मैच की तैयारी के लिए अच्छा मौका मिलेगा.
दूसरी ओर, भारतीय टीम इस समय मुंबई में अपना क्वारंटाइन पूरा कर रही है और वे 2 जून को इंग्लैंड की यात्रा करेंगे. इस प्रकार, विराट कोहली की टीम 12 जून से ट्रेनिंग के लिए मैदान पर उतर सकेगी.
दिलीप वेंगसरकर ने क्रिकेटनेक्स्ट से बात करते हुए कहा, “बेशक, न्यूजीलैंड को फायदा मिलेगा क्योंकि वो डब्ल्यूटीसी फाइनल से पहले दो टेस्ट इंग्लैंड के खिलाफ खेलेगी. इससे उन्हें मदद मिलेगी. भारत खुद को कितना जल्दी परिस्थिति के मुताबिक ढालता है, यह महत्वपूर्ण है. मगर न्यूजीलैंड के पास पहले ही दो टेस्ट का अनुभव होगा और वो भारत के खिलाफ अपना लगातार तीसरा टेस्ट खेल रही होगी. वहीं भारतीय टीम का दौरे पर यह पहला मैच होगा.”
मुंबई के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज ने कहा कि बल्लेबाज के लिए यह महत्वपूर्ण है कि वह ज्यादा से ज्यादा समय बीच में बिताएं और अंग्रेजी परिस्थितियों के अभ्यस्त हों।
“बल्लेबाज जितना ज्यादा हो सके, क्रीज पर समय बिताए. पहले के दिनों में हमें फायदा था कि टेस्ट मैच या टेस्ट के बीच हम काउंटी क्रिकेट खेलते थे. इससे हमें स्थितियों के मुताबिक ढलने में मदद मिलती थी. कैसे ये दौरे का कार्यक्रम बनाया गया है. मुझे नहीं पता.”
वेंगसरकर ने कहा कि भारतीय टीम को इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की सीरीज से पहले कुछ अभ्यास मैच खेलने चाहिए. भारत के पास टेस्ट सीरीज की तैयारी के लिए करीब 45 दिन का समय होगा और वे परिस्थितियों के अनुसार खुद को ढ़ाल सकते हैं.
“मुझे उम्मीद है कि उन्हें टेस्ट से पहले कुछ मैच खेलने को मिलेंगे. क्योंकि काउंटी मैच खेलने से मैदान में उतरने में मदद मिलती है, परिस्थितियों के साथ ढलने में मदद मिलती है.”
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप का फाइनल 18 जून से साउथेम्प्टन के एजेस बाउल में शुरु होगा.