पूर्व भारतीय मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद का मानना है कि टीम इंडिया की बल्लेबाजी इकाई ने विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में निराश किया और वह यह समझने में असफल रहे कि लोग गेंदबाजी इकाई को दोष क्यों दे रहे हैं. भारत पहली पारी में केवल 217 रन ही बना सका जबकि दूसरी पारी में टीम 170 रन पर ही ऑलआउट हो गई.
वास्तव में, भारतीय टीम टेस्ट मैच के दूसरे दिन 146-3 के स्कोर पर थी और ऐसा लग रहा था कि वे 275 से अधिक रन बना सकते हैं, जो उन्हें फंट सीट पर खड़ा कर सकता था. देता. हालांकि, ऐसा नहीं हो सका और भारत ने जल्दी-जल्दी विकेट गंवा दिए और 217 पर ही सिमट गई. इसके बाद दूसरी पारी में भारत ने निराशाजनक बल्लेबाजी की, जिसमें चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली को कीवी तेज गेंदबाज जैमिसन ने 10 ओवर के अंदर ही आउट कर दिया, जो इस मैच का टर्निंग प्वॉइंट साबित हुआ.
भारत ने दूसरी पारी में 170 रन बनाए और न्यूजीलैंड के सामने 139 रनों का लक्ष्य खड़ा किया. जिसका पीछा करते हुए कीवी टीम ने 8 विकेट से बड़ी जीत दर्ज करते हुए खिताब अपने नाम किए.
एमएसके प्रसाद ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ एक विशेष साक्षात्कार में कहा, “हम अपने सर्वश्रेष्ठ संयोजन के साथ गए हैं, यह मुद्दा नहीं है. यह हमारी बल्लेबाजी है जिसने हमें निराश किया है, लोग गेंदबाजी को लेकर परेशान क्यों हैं? 60 रन कम [पहली पारी में] बनने के बाद आप जीत की उम्मीद नहीं कर सकते. अगर उन्हें 300 रन मिल जाते तो मैच या तो हमारे पक्ष में होता या फिर ड्रॉ हो जाता. इसलिए मुझे नहीं लगता कि प्लेइंग इलेवन में कुछ गलत था.”
दूसरी ओर, तमाम क्रिकेट पंडितों का मानना है कि इस बडे मैच में सही प्लेइंग इलेवन नहीं चुनी, क्योंकि मोहम्मद सिराज जैसा अतिरिक्त सीमर रवींद्र जडेजा की तुलना में अधिक प्रभावी हो सकता था. ऑलराउंडर इस मैच में बल्ले से कुछ खास नहीं कर सका, जबकि वह एक ही विकेट निकाल सके. हालांकि, प्रसाद ने कहा कि जडेजा को अधिक से अधिक फुटमार्क बनाने के लिए टीम में चुना गया था, लेकिन पिच खराब नहीं हुई.
उन्होंने कहा, “जडेजा के खेलने की एक वजह थी. इसका कारण यह था कि अगर यह एक पूर्ण खेल होता, तो पिच पर बहुत सारे पांवों के निशान होते. न्यूजीलैंड के पास बाएँ हाथ के कई खिलाड़ी थे जिनके खिलाफ वह अपने अवसरों की कल्पना कर सकते थे. अगर स्पिन की बात करें, तो अश्विन को इससे मदद मिली.”
प्रसाद, जिन्होंने 2016 से 2020 तक मुख्य चयनकर्ता के रूप में कार्य किया, ने विस्तार से बताया, “इसके अलावा, जडेजा जिस तरह की फॉर्म में हैं, उसे देखते हुए, वह सबसे अच्छी संभावित एकादश थी जिसे हम चुन सकते थे. पहला दिन धुल गया लेकिन यह अभी भी एक और दिन के विस्तार के साथ पांच दिनों का खेल था. तो अगर यह पांच दिनों का खेल होता, तो जडेजा निश्चित रूप से काम में आते.”
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